देशभर में गरीब और आवासहीन परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) एक बड़ा सहारा साबित हुई है। इस योजना ने न केवल लाखों लोगों को छत दी, बल्कि उनके जीवन में स्थायित्व और सुरक्षा भी प्रदान की है। अब PM Awas Yojana 2.0 के तहत छत्तीसगढ़ में यह योजना और भी ज्यादा जोर-शोर से लागू की जा रही है, ताकि राज्य के हर जरूरतमंद परिवार को अपना खुद का घर मिल सके। इस लेख में हम जानते हैं कि इस नई पहल के तहत छत्तीसगढ़ में गरीब परिवारों के लिए घर बनाने की प्रक्रिया कैसी होगी और इसकी खासियतें क्या हैं।
छत्तीसगढ़ में PM Awas Yojana 2.0 का आगाज
PM Awas Yojana 2.0 का सर्वेक्षण छत्तीसगढ़ में 15 नवंबर से शुरू हो चुका है। इस बार, खास ध्यान उन परिवारों पर दिया जा रहा है जिन्हें पहले चरण में घर नहीं मिल सके थे। राज्य सरकार ने योजना के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए राज्यभर में 189 नगरीय निकायों में हेल्प डेस्क की स्थापना की है। इन हेल्प डेस्क के माध्यम से आवेदक अब आसानी से ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।
डोर-टू-डोर सर्वे और पात्रता की प्रक्रिया
सर्वे के तहत सरकारी अधिकारी अब घर-घर जाकर उन परिवारों की जानकारी जुटा रहे हैं, जो इस योजना के पात्र हैं। इसके बाद, आवेदनकर्ताओं को भारत सरकार के पोर्टल के माध्यम से आवेदन करने की सुविधा दी गई है। साथ ही, हेल्प डेस्क भी सहायता प्रदान कर रहे हैं। आवेदनों की समीक्षा करने के बाद, संबंधित निकाय और जिला स्तरीय समितियां इन आवेदनों को कलेक्टर के पास भेजेंगी। इस प्रक्रिया के दौरान पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जाएगी, ताकि वास्तविक पात्र व्यक्ति ही इस योजना का लाभ उठा सकें।
पिछले 11 महीनों में 50,000 घरों का निर्माण
बीते 11 महीनों में, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यों में काफी तेजी आई है। पिछले एक साल में छत्तीसगढ़ में 50,000 से अधिक घरों का निर्माण पूरा हो चुका है। इनमें से अधिकांश आवास लाभार्थियों द्वारा अपनी भूमि पर बनाए गए हैं, जबकि कुछ आवास सरकारी सहायता से किफायती आवासीय परियोजनाओं के तहत बनाए गए हैं।
PM Awas Yojana 2.0 की भौतिक और वित्तीय प्रगति
राज्य सरकार ने इस योजना की प्रगति को सुनिश्चित करने के लिए नियमित समीक्षा की है। इस समीक्षा का परिणाम यह है कि अब हर महीने औसतन 4,000 घरों का निर्माण हो रहा है, जो पहले की तुलना में कहीं अधिक है। इसके अलावा, 21,600 आवासों का निर्माण पूरा हो चुका है और लगभग 48,346 घरों का निर्माण प्रगति पर है। इस तरह, योजना के तहत छत्तीसगढ़ में हजारों परिवारों के घर का सपना धीरे-धीरे सच होता जा रहा है।
सरल आवेदन प्रक्रिया और सुविधा
PM Awas Yojana 2.0 के तहत आवेदन प्रक्रिया को बेहद सरल बना दिया गया है। अब कोई भी आवेदक अपनी सुविधा के अनुसार ऑनलाइन पोर्टल या हेल्प डेस्क के माध्यम से आवेदन कर सकता है। राज्य सरकार ने तेजी से काम शुरू किया है ताकि जितनी जल्दी हो सके सभी पात्र परिवारों को पक्के घर मिल सकें।
राज्य में आवास निर्माण की स्थिति
अब तक, छत्तीसगढ़ में इस योजना के तहत 2,49,166 आवास स्वीकृत किए जा चुके हैं। इनमें से 1,96,967 घरों का निर्माण पूरा हो चुका है। जबकि, 1,74,967 आवास ऐसे हैं जो लाभार्थियों द्वारा अपनी जमीन पर बनवाए गए हैं। इसके अलावा, सरकारी सहायता से 21,600 मकान किफायती आवासीय परियोजनाओं के तहत बनाए गए हैं।
PM Awas Yojana 2.0 के प्रभाव और भविष्य की योजनाएं
PM Awas Yojana 2.0 ने राज्य के गरीब परिवारों के जीवन में एक नई उम्मीद जगाई है। इस योजना के तहत घर मिलने से न केवल इन परिवारों की जीवनशैली में सुधार होगा, बल्कि यह उन्हें आर्थिक रूप से स्थिर भी बनाएगा। छत्तीसगढ़ सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के सभी शहरी निकायों में चल रहे प्रोजेक्ट्स को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इसके अलावा, आने वाले समय में और अधिक घरों का निर्माण किया जाएगा, ताकि और अधिक गरीब परिवारों का घर का सपना पूरा हो सके।
निष्कर्ष
PM Awas Yojana 2.0 छत्तीसगढ़ में गरीबों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयासों से यह योजना गरीब परिवारों को घर देने के अलावा, उनके जीवन को भी बेहतर बनाएगी। प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 न केवल गरीबों के लिए स्थायित्व और सुरक्षा का प्रतीक है, बल्कि यह उनके जीवन में एक नया मोड़ लाने वाली योजना भी है। अगर आप भी इस योजना के तहत घर का सपना देख रहे हैं, तो जल्दी से आवेदन करें और इस अवसर का लाभ उठाएं।