Insulin Disadvantages: Insulin हमारे शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण हार्मोन है, लेकिन इसके खतरे के प्रति जागरूकता की कमी लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। डायबिटीज से जुड़े इंसुलिन के बारे में बातें सुनने में आती हैं, लेकिन बहुत से लोग इसके कार्य और संभावित खतरों से अनजान हैं। डॉ. मनन वोहरा ने इस विषय को अपने इंस्टाग्राम वीडियो में बताया है कि कैसे इंसुलिन हमारे शरीर में समस्याएं पैदा कर सकता है।
इंसुलिन के फायदे
इंसुलिन मुख्य रूप से रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है, लेकिन इसका प्रभाव केवल यहीं तक सीमित नहीं है। यह फैट स्टोरेज और भूख पर भी असर डालता है। जब शरीर में इंसुलिन का स्तर अधिक हो जाता है, तो यह शरीर को फैट स्टोरेज मोड में ले जाता है। इससे शरीर में वसा का स्तर बढ़ता है, जिससे अचानक वजन बढ़ता है या घटता है।
बढ़ते इंसुलिन स्तर के कारण
डॉ. वोहरा के अनुसार, कई कारण हैं जिनकी वजह से इंसुलिन का स्तर बढ़ सकता है। उच्च इंसुलिन स्तर भूख में इजाफा करता है और शुगर क्रेविंग को बढ़ाता है। इसके अलावा, यह कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का भी कारण बन सकता है, जैसे:
- इंसुलिन रेसिस्टेंस
- ट्राइग्लिसराइड का बढ़ना
- उच्च यूरिक एसिड स्तर
- उच्च रक्तचाप
- लंबे समय तक तनाव
- नींद की कमी
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Insulin के असर से बचाव
यदि किसी कारण से आपका इंसुलिन लेवल बढ़ गया है, तो इसे कम करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं। डॉ. मनन वोहरा ने कुछ सुझाव दिए हैं:
- वजन को नियंत्रित करना हार्मोन के स्तर को संतुलित रखने में मदद कर सकता है।
- नियमित व्यायाम न केवल वजन को नियंत्रित करता है, बल्कि शरीर में इंसुलिन के स्तर को भी संतुलित रखता है।
- इस प्रकार की एक्सरसाइज्स मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में सहायक होती हैं।
- नींद की कमी से इंसुलिन का स्तर बढ़ सकता है, इसलिए पर्याप्त नींद लेना आवश्यक है।
- तनाव शरीर में हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है। मेडिटेशन और अन्य रिलैक्सेशन तकनीकों का पालन करना फायदेमंद हो सकता है।
Insulin मानव शरीर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लेकिन इसके बढ़ते स्तर के खतरे को नकारा नहीं जा सकता। जागरूकता और सावधानी बरतने से हम इससे जुड़ी अनेक स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं। इसलिए, नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श करें और अपनी जीवनशैली में उचित बदलाव करें ताकि स्वास्थ्य को बनाए रखा जा सके।