जलगांव, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के जलगांव में एक गंभीर दुराचार का मामला सामने आया है। यहां एक 11 साल की बच्ची के साथ दुराचार किया गया है। यह घटना बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है। जलगांव की यह घटना समाज की सुरक्षा पर सवाल उठाती है। हमें एकजुट होकर यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों। बच्चियों की सुरक्षा हमारे सबसे बड़े कर्तव्यों में से एक होनी चाहिए। हमें इनके अधिकारों की रक्षा करनी होगी और सभी को मिलकर यह लड़ाई लड़नी होगी।
घटना की शुरुआत
जानकारी के मुताबिक, बच्ची अपनी सहेलियों के साथ लुकाछिपी खेल रही थी। खेल के दौरान, वह अपनी सहेली के पिता के घर में छिपी थी। तभी 40 वर्षीय सिद्धार्थ वानखेड़े ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ दुराचार किया। सिद्धार्थ ने बच्चे को धमकी दी और उसे चुप रहने के लिए मजबूर किया।
यह घटना बच्ची के लिए बेहद भयावह थी। वह इसके बाद डरी-डरी रहने लगी। उसके माता-पिता को पहले इसकी जानकारी नहीं थी। जब उन्होंने उसकी मानसिक स्थिति के बारे में पूछा, तो बच्ची रोने लगी और अपनी पीड़ा उनके सामने रखी।
माता-पिता की कार्रवाई
बच्ची की बात सुनकर माता-पिता हैरान रह गए। वे तुरंत रामानंद थाने गए और आरोपी सिद्धार्थ वानखेड़े के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
मामला दर्ज हो जाने के बाद पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। सिद्धार्थ दुराचार की जानकारी मिलते ही फरार हो गया था। लेकिन पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस की, जो मुंबई में मिली। पुलिस ने बहुत जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया। जलगांव के उपविभागीय पुलिस अधिकारी संदीप गावित ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
यह घटना अकेली नहीं है। हाल ही में बदलापुर में भी दो बच्चियों के साथ दुराचार का मामला सामने आया था। नासिक में एक रिश्तेदार द्वारा 8 साल की बच्ची से दुराचार की सूचना मिली है। ऐसे आवधिक मामले हमारे समाज में गंभीर चिंता का कारण बनते जा रहे हैं।
सामाजिक जागरूकता
देश भर में बच्चियों के खिलाफ हो रहे अपराधों के खिलाफ लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। यह स्थिति हर नागरिक के लिए चिंता का विषय है। समाज को इन मामलों की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। यह घटना हमारे समाज के लिए एक चेतावनी है। माता-पिता को अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर सचेत रहने की आवश्यकता है। हमें एक ऐसा माहौल बनाना होगा जहां बच्चियां सुरक्षित और संरक्षित महसूस कर सकें।